भारतीय प्रबंध संस्थान इंदौर (आईआईएम इंदौर) ने 9 सितंबर 2024 को हिंदी दिवस मनाया। कार्यक्रम का उद्घाटन आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय ने किया। उन्होंने तेजी से विकसित हो रहे डिजिटल परिदृश्य में हिंदी भाषा के महत्व को रेखांकित किया। प्रो. राय ने कहा कि आज के युवाओं में अक्सर व्यक्तिगत नैतिकता होती है लेकिन सामूहिक सामाजिक नैतिक दिशा-निर्देश की कमी होती है।
‘युवाओं में नैतिक दिशा-निर्देश की कमी’
प्रो. हिमांशु राय ने समझाया कि हमारी संस्कृति की आधारशिला हमारी भाषाओं में निहित है, और हिंदी इस सांस्कृतिक विरासत को धारण करने वाली मुख्य भाषाओं में से एक है। प्रो. राय ने कहा कि आज के युवाओं में अक्सर व्यक्तिगत नैतिकता होती है, लेकिन सामूहिक सामाजिक नैतिक दिशा-निर्देश की कमी होती है। उन्होंने हिंदी के माध्यम से इन नैतिकताओं और मूल्यों को दिशा प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया, जो समाज का मार्गदर्शन करने और हमारी सांस्कृतिक जड़ों को संरक्षित करने का माध्यम है।