मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में अवैध रूप से संचालित एक आवासीय मदरसा पाया गया। यहां धार्मिक और स्कूली शिक्षा के नाम पर मध्य प्रदेश के अलावा राजस्थान से भी बच्चियां लाकर रखी गई हैं। मदरसा के निरीक्षण में राज्य बाल अधिकार संरक्षण की टीम को 30 से 35 बच्चियां फर्श पर सोती मिलीं। एक आठ वर्षीय बच्ची तेज बुखार से पीड़ित मिली।
मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में अवैध रूप से संचालित एक आवासीय मदरसा पाया गया। यहां धार्मिक और स्कूली शिक्षा के नाम पर मध्य प्रदेश के अलावा राजस्थान से भी बच्चियां लाकर रखी गई हैं। मदरसा के निरीक्षण में राज्य बाल अधिकार संरक्षण की टीम को 30 से 35 बच्चियां फर्श पर सोती मिलीं। एक आठ वर्षीय बच्ची तेज बुखार से पीड़ित मिली।
अवैध मदरसे का निरीक्षण किया
बच्चियों के निजता वाले स्थलों पर सीसीटीवी लगाकर उनकी निगरानी होती पाई गई। चौंकाने वाली बात यह है कि आवासीय मदरसों की मान्यता का कोई प्रविधान न होने के बावजूद यह अवैध मदरसा आवासीय रूप से संचालित किया जा रहा है। निरीक्षण के बाद आयोग की सूचना पर प्रशासन की टीम ने शनिवार को इस अवैध मदरसे का निरीक्षण किया।
अपर जिलाधिकारी (एडीएम) डा. शालिनी श्रीवास्तव और महिला बाल विकास अधिकारी रजनीश सिन्हा की टीम ने मदरसा संचालक को दो स्थानों से कैमरे हटाने के निर्देश दिए। यह भी पाया कि इस मदरसा में दो से चार साल का धार्मिक शिक्षा का कोर्स कराया जा रहा है।