नागपंचमी पर नागचंद्रेश्वर मंदिर में त्रिकाल पूजा की परंपरा है। पट खोलने के साथ हुई प्रथम पूजा के बाद शुक्रवार दोपहर 12 शासन प्रशासन के अधिकारी भगवान नागचंद्रेश्वर का पूजन करेंगे। शाम 7:30 बजे भगवान महाकाल की संध्या आरती के बाद महाकालेश्वर मंदिर समिति की ओर से महाकाल मंदिर के पुजारी भगवान नागचंद्रेश्वर की पूजा करेंगे। शुक्रवार रात 12 बजे एक बार फिर से साल भर के लिए मंदिर के पट बंद हो जाएंगे।