Indore News इंदौर के युगपुरुष आश्रम से परमानंद आश्रम से एक16 साल का किशोर वहां से भाग गया। बदमानी के डर से आश्रम के कर्मचारी पहले उसे आस-पास ढूंढते रहे जब नहीं मिला तब जाकर पुलिस के पास पहुंचे। इतना ही नहीं पुलिस को बच्चे के गायब होने को लेकर गलत तथ्य बताए। मिली जानकारी के अनुसार बच्चा मंदबुद्धि है और नाम-पता बताने में भी असमर्थ है।
इंदौर के अखंड परमानंद आश्रम से 16 वर्षीय बच्चा लापता हो गया। बच्चे के लापता होने के पीछे आश्रम प्रभारी और प्राचार्य की लापरवाही सामने आई है। बच्चे के भाग जाने के सात घंटे बाद पुलिस को खबर दी गई थी। आश्रम के प्राचार्य ने एफआईआर में भी गलत तथ्य लिखवाकर पुलिस को गुमराह किया है।
पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज किया है। बच्चा मंदबुद्धि है। नाम-पता बताने में भी असमर्थ है। एसीपी आशीष पटेल के मुताबिक, श्री युग पुरुष धाम से छह जुलाई को 131 बच्चे परमानंद आश्रम में शिफ्ट किए गए थे। लेकिन प्राचार्य डा. अनिता शर्मा ने एफआईआर में लिखवाया कि बच्चे सात जुलाई को आए हैं।
बदनामी के डर से पुलिस को नहीं दी खबर
शाम चार बजे बच्चा आश्रम से चला गया था। कर्चमारियों ने बदनामी के डर से पुलिस को खबर नहीं दी और खुद ही तलाशते रहे। रात 11 बजे तेजाजी नगर थाने गए और एफआईआर दर्ज करवाई। पुलिस ने घटना पर शक जाहिर करते हुए प्रबंधन से कहा कि वह बच्चों को पंचकुइया से खंडवा रोड लाने के सबूत दे। बदले में उन्होंने एक वीडियो दिया जिसमें बच्चे बस में बैठे हुए नजर आ रहे हैं।