बड़वानी। वर्षाकाल में पूरे देश में करोड़ों पौधे रोपे जाते हैं, किंतु उन्हें रोपते समय उनकी जड़ों को संभालने वाली काली पन्नी (मिट्टी से भरा पॉलीबैग, जिसमें पौधा बड़ा होता है) को अकसर पौधारोपण वाली जगह पर ही फेंक दिया जाता है।
फिर वह पॉलीबैग या तो मिट्टी को प्रदूषित करता है या वर्षाजल के साथ बहकर किसी नदी-नाले में पहुंच जाता है। इससे पर्यावरण को हानि पहुंचती है और पौधारोपण के पुण्य का क्षय भी होता है।